छत्तीसगढ़बिलासपुर संभागरमेश भट्ट - एडिटर& चीफ।शिक्षा

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत प्राथमिक शाला सेकर और उमरिया दादर के अध्ययनरत सभी विद्यार्थियों को कराया गया शैक्षणिक ग्राम भ्रमण ।

मनमोहन सिंह✍️

कोटा खैरा। शासकीय प्राथमिक शाला सेकर और उमरिया दादर स्कूल में अध्ययनरत सभी विद्यार्थियों को शैक्षणिक ग्राम भ्रमण कराया गया।इसके अंतर्गत छात्र – छात्राओं को ग्राम के गांधी जी के आदर्शों, विचारों ,सिद्धांतों और गांव के परिवेश, प्राकृतिक ,बांध,बाड़ी, नरवा, कुआं बावली,संतरा बाड़ी, उड़द बाड़ी, खेतों का भ्रमण कराया गया और सभी के बारे में जानकारी दिया गया, बच्चों के जिज्ञासाओं से भरे प्रश्नों का शिक्षको ने उत्तर दिया गया।

  राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत प्राथमिक शाला सेकर और उमरिया दादर के अध्ययनरत सभी विद्यार्थियों को शैक्षणिक ग्राम भ्रमण कराया गया इसके अंतर्गत छात्र-छात्राओं को गांधीजी के आदर्शों विचारों सिद्धांतों और गांव के परिवेश रहन-सहन रोजगार के अवसर शासन की योजनाओं नरवा घुरवा और बाड़ी के तहत आज प्राथमिक शाला और पूर्व माध्यमिक शाला के पांचवी से आठवीं तक के बच्चों को ग्राम भ्रमण कराया गया।भ्रमण के दौरान शासकीय प्राथमिक शाला सेकर  सबसे पहले बच्चों को गणेश महाप्रभु एवं महामाया मंदिर प्रांगण मे भक्ति और आस्था की जानकारी देते हुए बताया कि मंदिर आस्था का केंद्र है। जहां पर भगवान दर्शन मात्र से मन को शांति मिलती हैं।ईश्वर की कृपा से कर्म के प्रति नकारात्मक विचार दूर  होती है और सकारात्मक विचार की उत्पत्ति होती है।सरोवर मे भरी हुई पानी को दिखाकर बताया कि पानी जीवन का मूल आधार है। पृथ्वी की सतह पर केवल 3 प्रतिशत पानी ही पीने योग्य है और 97 प्रतिशत पानी नमकीन जो पीने योग्य नहीं है।उमरिया दादर के बच्चों को बंदन का पेड़,गांधी जी के आदर्शों, विचारों ,सिद्धांतों और गांव के परिवेश, रहन सहन ,रोजगार के अवसर, शासन की योजनाओं नरवा, गरुवा ,घूरवा और बाड़ी के तहत आज प्राथमिक शाला और पूर्व माध्यमिक शाला उमरिया दादर के 5वी से 8वी तक के बच्चों को ग्राम भ्रमण कराया गया साथ ही बच्चों के द्वारा सुआ नित्य और जस गीत गायन किया गया बच्चों को पेड़ पौधे के बारे में जानकारी दी गई। बच्चों को अंत में हाट बाजार भी घुमाया गया।वहीं शिक्षक श्रीमती पुखराज आर्मो ने बताया कि प्राथमिक स्तर में बच्चों को विभिन्न विषयों के बारे में जानने की जिज्ञासा उत्पन्न होती है। बच्चों को विद्यालय के अलावा आसपास के प्राकृतिक दृश्य,सरोवर,नदी-नाला,खेतों की फसल जैसे जगह पर भ्रमण करवाने से उनके विचारो में बदलाव आता है। जिससे वे अपने सवालों को खुले विचार के सामने रखते हैं।शिक्षक हरिचरण मानिकपुरी ने  बताया की छोटे बच्चों को जानने की तथा किसी चीज को सीखने की बहुत ही लालायित रहते हैं इन सभी प्रश्नों के उत्तर सही ढंग से शिक्षकों के द्वारा बच्चों को बताया गया।इस शैक्षणिक भ्रमण में संस्था के प्रभारी प्रधान पाठक श्रीमति केवला पैकरा और शिक्षक श्री मति पुखराज आर्मो ,प्रधान पाठक दिनेश कुमार उराव अक्षय मरकाम ज्योति डेहरिया और प्राथमिक शाला उमरिया दादर के शिक्षक हरिचरण मानिकपुरी, रैनकुमारी मरावी  छात्र – छात्राओं के साथ उपस्थित रहें।

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