छत्तीसगढ़बिलासपुर संभाग

ग्रामीण क्षेत्रों के लिए विकास कार्यों की राशि 20 लाख रुपए जनपद अध्यक्ष व सदस्यों के बीच विवादों में फंसी।

रोहित साहू..

 

कोटा ।bilaspr जिले में इन दिनों जनपद पंचायत कोटा में जनपद सदस्यों, अध्यक्ष के बीच खींचातानी चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल पूरा मामला 20 लाख रुपए के जनपद निधि निर्माण कार्यो की स्वीकृति को लेकर हो रहा है. कहीं न कहीं इस मामले में अध्यक्ष की मनमानी सामने आ रही है. जनपद पंचायत सदस्य भावना शुक्ला व जनपद सदस्य प्रभात पाण्डे सहित कई जनपद सदस्यों का आरोप है कि जनपद के कुछ सदस्यों के साथ मिलकर जनपद निधि की राशि को मनमानी तरह से स्वीकृति दे रहे है.जिसमें जनपद अध्यक्ष खुद अपना ही 3 लाख व उपाध्यक्ष 2 लाख रुपये ,तो वहीँ किसी को 50 हजार रुपये स्वीकृत किया गया है, जिसको लेकर जनपद सदस्यों ने नाराजगी जाहिर की, और बहुत से आधार पर जनपद निधि की राशि को वितरित करने की बात को लेकर काफी सोर गुल जनपद पंचायत के बैठक कक्ष में देखने को मिली,

आपको बता दें कोटा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायतों में जनपद निधि मद का प्राप्त राशि को पंचायत व आसपास के गांवों में विकास कार्य में खर्च किया जाना है., इनमें से ज्यादातर राशि दुरुस्त अंचल आसपास के गांवों में सीसीरोड, हेण्ड पम्प, मुरुम, नाली निर्माण,स्वास्थ्य केन्द्र, जैसे अनेक विकास कार्यो में खर्च किया जाना है. इनमें 20 लाख की राशि शासन द्वारा स्वीकृत की गई , जिसके लिए जनपद में सामान्य सभा की बैठक बुलाकर चर्चा की जानी थी लेकिन चर्चा पूरी होने के पहले ही जनपद अध्यक्ष ने सामान्य सभा की बैठक को स्थगित कर बैठक कक्ष से बाहर निकल गए। वहीँ जनपद अध्यक्ष मनोहर राज का कहना है कि सभी जनपद सदस्यों की सहमति से सभी को बटवारा किया गया जिसकी लिखित में प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया था। इसी तरह जनपद पंचायत के जनप्रतिनिधियों व अध्यक्ष के बीच विवाद पनपता रहा तो कोटा जनपद पंचायत में शासन से स्वीकृत ग्रामीण क्षेत्रों के लिए आये विकास कार्य पिछड़ता रहेगा व ग्रामीण क्षेत्रों के ग्रामीण विकास के इंतजार करते रहेंगे ,व बारिश से हुई कीचड़ में चलने को मजबूर होते रहेंगे।

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