स्वास्थ्य

कोरोना को लेकर छोटी सी लापरवाही भी पड़ सकती है भारी, कोविड प्रोटोकॉल का करें पालन..कलेक्टर रानू साहू की अपील।

 

कोरबा । कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने आज सभी जिले वासियों से कोरोना से बचने और उसे दूसरों तक फैलने से रोकने के लिए कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की एक बार फिर अपील की है। श्रीमती साहू ने 18 साल से अधिक सभी नागरिकों से कोरोना से बचने के लिए टीकाकरण कराने की भी अपील की है। कलेक्टर ने अपने अपील संदेश में कहा है कि कोरोना महामारी को लेकर छोटी सी लापरवाही भी खुद पर और परिवार के अन्य लोगों पर बहुत भारी पड़ सकती है। कोरोना का नया म्यूटंेट वायरस पहले से अधिक घातक और तेजी से फैलने वाला है। इसकी रोकथाम के लिए सामान्य सर्दी, खांसी के लक्षण होने पर भी तत्काल कोरोना की जांच कराएं। 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग कोरोना का टीका लगवाएं और कोरोना को हराएं। कलेक्टर ने कहा है कि हम सभी को गंभीरतापूर्वक समझना होगा कि हम कहीं ना कहीं कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने में लापरवाही बरत रहे हैं। यह महामारी एक स्तर पहुंचकर पर नियंत्रित हो गई थी परंतु हमारे असंयमित व्यवहार और कोविड प्रोटोकॉल का पालन पूरी तरह नहीं करने पर यह वापस से बढ़ी थी। अब यह फिर से न बढ़े इसके लिए सभी जरूरी उपायों के साथ-साथ टीकाकरण भी कराना होगा।

कलेक्टर श्रीमती साहू ने जिला वासियों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अपने मुंह और नाक को अच्छी तरह ढंकने मास्क जरूर पहने। मास्क का कोई विकल्प नहीं है। वैक्सीन शरीर में एंटीबॉडी विकसित करती है और शरीर में वायरस से लड़ने की शक्ति पैदा करती है। कलेक्टर ने सभी लोगों से मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, भीड़भाड़ में जाने से बचने और हाथों को बार-बार सैनिटाइज करते रहने जैसेे प्रोटोकॉल का लंबे समय तक पालन करने का आग्रह किया है ताकि इस कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को बेअसर किया जा सके।

कलेक्टर ने कहा है कि लोगों की सामान्य भूल हैं कि ‘मुझे कोविड हो गया होगा और मैं ठीक हो गया हूं और मेरी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ गई है’। यह समझ पूरी तरह से गलत है। इस बीमारी की शुरुआत हमेशा कम लक्षणों से ही होती है, अगर हम समय पर सचेत हो जाएं, डॉक्टर की निगरानी में अपना टेस्ट कराएं और ट्रीटमेंट लें, तो इस बीमारी से ठीक हो सकते हैं। पर यदि हम खुद बिना टेस्ट कराए बिना डॉक्टर की सलाह के होकर दवाईयां खाएंगे और टेस्ट नहीं कराएंगे तो यह बीमारी घातक रूप ले लेगी और इससे हम ही नहीं हमारे परिवार के अन्य सदस्य आस-पड़ोस के लोग भी संक्रमित हो सकते हैं। इसी तरह अगर लक्षण आने के बावजूद हम बिना टेस्ट कराए, सब जगह घूमेंगे तो बाकी जगह भी हम सबको इंफेक्शन फैला सकते हैं।

श्रीमती साहू ने बताया कि जिन लोगों की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है, हो सकता कि उनमें से 90 प्रतिशत लोगो में इस बीमारी के माइल्ड

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