कोटा तहसीलदार ने दिलवाया भैयालाल को उनका मालिकाना हक।

कोटा तहसीलदार ने दिलवाया भैयालाल को उनका मालिकाना हक।
कोटा तहसील में आवेदक भैयालाल रात्रे द्वारा अनावेदिका तुलसी बाई से मकान खाली कराकर मालिकाना हक दिलाने आवेदन सौंपा गया था । पिछले दिनों समाचार पत्र में राजस्व विभाग को राजशाही विभाग बताकर खबर छापी गई थी जिसमें उल्लेख था कि राजस्व विभाग राजशाही विभाग की तरह कार्य कर रहे है। तहसीलदार कोटा द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रकरण में तहसीलदार कोटा के द्वारा प्रकरण में अंतिम आदेश पारित किया गया किंतु आवेदक मौके पर कब्जा पाने के लिए कई दिनों से भटक रहे थे। सच्चाई यह है कि उक्त प्रकरण में नायब तहसीलदार कोटा हीरालाल देवांगन के द्वारा अंतिम आदेश पारित किया गया था और आवेदक को मौके पर कब्जा दिलाने भी गए थे परंतु महिला बल उपलब्ध नहीं होने के कारण कब्जा नहीं दिलाया जा सका तत्पश्चात नायब तहसीलदार कोटा के द्वारा एसपी बिलासपुर को पत्र लिखकर उक्त प्रकरण में महिला पुलिस बल की मांग की गई थी इस तारतम्य में एसपी बिलासपुर ने महिला पुलिस बल प्रदान करने के एवज में परिवहन शुल्क हेतु ₹10000 के राशि के चालान के माध्यम से आवेदक के द्वारा प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया था क्योंकि आवेदक बहुत ही गरीब एवं वृद्ध व्यक्ति है ₹10000 की धनराशि का चालान पटाने हेतु सक्षम नहीं था इसलिए उसको मकान का कब्जा दिलाने में विलंब हुआ इस दौरान नायब तहसीलदार कोटा हीरालाल देवांगन सेवानिवृत्त हो गए और प्रकरण कोटा तहसीलदार प्रांजल मिश्रा के पास स्थानांतरित हो गया जैसे ही आवेदक के द्वारा ₹10000 की धनराशि का चालान एसपी बिलासपुर को प्रस्तुत किया गया उसके 15 दिवस के भीतर ही तहसीलदार कोटा प्रांजल मिश्रा के द्वारा रक्षित केंद्र बिलासपुर से महिला पुलिस बल की मांग कर एवं राजस्व विभाग की महिला पटवारियों एवं महिला कोटवारों के साथ मौके पर जाकर आवेदक भैयालाल को अनावेदिका के द्वारा काबिज मकान को खाली कराकर कब्जा दिलाया गया मौके पर आना वेदिका पूर्व सूचना पश्चात भी मकान में ताला लगाकर अनुपस्थित थी आवेदक को ग्राम वासियों के समक्ष ताला तोड़कर एवं पंचनामा बनाकर मकान का कब्जा सौंपा गया एवं अनावेदिका का सामान जिसमें 2 मवेशी भी थे जिसकी सूची बनाकर आवेदक को सुपुर्द किया गया।

