अचानकमार टाइगर रिजर्व की सुरक्षा दैनिक श्रमिकों के भरोसे, अधिकारी कर्मचारी हड़ताल पर।

अचानकमार टाइगर रिजर्व की सुरक्षा दैनिक श्रमिकों के भरोसे, अधिकारी कर्मचारी हड़ताल पर।
कोटा।अचानकमार टाइगर रिजर्व की सुरक्षा दैनिक श्रमिकों के भरोसे चल रही है। यहां के फारेस्ट गार्ड से लेकर एसडीओ तक के अधिकारी हड़ताल पर हैं। ऐसे में सीसीएफ व डीएफओ की चिंता बढ़ गई है। दरअसल टाइगर रिजर्व बेहद संवेदनशील है और यहां पहले भी शिकार की घटनाएं हो चुकी हैं।छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन अपनी दो सूत्री मांग केंद्र सरकार की तरह महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता को लेकर सोमवार से पांच दिनों के लिए हड़ताल पर चला गया है। हड़ताल में 80 संगठनों के 20 हजार से ज्यादा कर्मचारी-अधिकारी शामिल हैं। इसमें अचानकमार टाइगर रिजर्व के कर्मचारी भी हिस्सा ले रहे हैं। हड़ताल के ऐलान के दिन से वन अफसरों की चिंता बढ़ गई थी। इसकी वजह केवल टाइगर रिजर्व की सुरक्षा है। सात रेंज वाले इस टाइगर रिजर्व में शिकार की घटनाएं होती रही हैं। अभी कड़ाई की वजह से इस तरह की घटनाओं में लगाम लगी है।
सोमवार से यहां ना तो वन कर्मियों की दस्त हो रही है और ना ही किसी भी बैरियर में जांच। दैनिक श्रमिक अपनी तरफ से जितनी हो सके जांच करने का प्रयास करते हैं। उनके द्वारा ज्यादा सख्ती न कर पाने के कारण टाइगर रिजर्व में एक बार फिर वाहनों की आवाजाही बढ़ गई है। इसके अलावा बैरियर में जिस तरह वाहनों की जांच होनी चाहिए, उसमें कमी नजर आ रही है। अचानकमार टाइगर रिजर्व में सुरक्षा के साथ-साथ पर्यटन का कामकाज भी प्रभावित हो रहा है।

