अखंड नवधा रामायण का कलश यात्रा निकाल कर वैदिक मंत्र उच्चारण व पूजा अनुष्ठान के साथ प्रतियोगिता का शुभारंभ किया गया।

मनमोहन सिंह ✍️
कोटा खैरा। ग्राम कोरबा भांवर में 9 दिवसीय श्रीरामचरितमानस अखंड नवधा रामायण का कलश यात्रा निकाल कर वैदिक मंत्र उच्चारण व पूजा अनुष्ठान के साथ प्रतियोगिता का शुभारंभ किया गया। अंतिम दिवस प्रतियोगिता में कुल 8 गांव के लोक कलाकारों ने हिस्सा लेकर अपनी मधुर गीत संगीत से पूरे ग्राम में भक्तिमय ऊर्जा का संचार होता रहा।जिसे सुन श्रोतागण मंत्रमुग्ध होते रहे।
श्री अखंड नवधा रामायण कोरबा भांवर में अपनी-अपनी भक्ति की प्रस्तुति देने ग्राम सहित आसपास के ग्रामीण टोलियों ने हिस्सा लिया। जिसमें 9 दिनों तक ग्रामीण भक्तजन नवधा भक्ति अर्थात नौ प्रकार की भक्ति का रसपान करते रहे। इस दौरान कथावाचक कर्ताओं ने बताया कि रामकथा हमारी संस्कृति का आधार है जिसके श्रवण मात्र से पूरा जीवन कृतार्थ हो जाता है। उन्होंने बताया कि प्रभु श्री राम ने गया व समानता के भाव से मर्यादा में रहकर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया जिससे वे मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाए। रामायण की सबसे बड़ी ठीक है बुराई पर अच्छाई की जीत। अंतिम दिवस प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले उजागर मानस मंडली के कलाकार ग्राम पंचायत खैरा अमृत लाल श्रीवास को प्रथम पुरस्कार 21 सौ रुपये, द्वितीय पुरस्कार उमरिया दादर हीरालाल पोर्ते 15 सौ रुपये, तृतीय पुरस्कार कोरबा भांवर बीएल राजवाड़े 11सौ रुपये,चतुर्थ पुरस्कार बहतराई रामदयाल साहू 8 सौ रुपये व शील्ड प्रदान किया गया। जिसमें ग्राम पंचायत खैरा से गायक अमृतलाल श्रीवास,गायिका रामप्यारी कैवर्त, तबला वादक रमेश यादव,प्रवचन कर्ता नरेंद्र यादव,बांसुरी वादक महेश राम यादव, सहयोगी कलाकार कामता प्रसाद आर्मो, नंद कुमार यादव,घुरव राम कैवर्त, कृष्णा पोर्ते उपस्थित रहे।

