पोल्ट्री फार्म की दुर्गन्ध से परेशान मोहल्ले वासियों ने पोल्ट्री फार्म हटवाने कलेक्टर से की मांग, नगर पंचायत हटवाने के बजाय उल्टा संचालक को संचालन करने कर दी लाइसेंस जारी।

पोल्ट्री फार्म की दुर्गन्ध से परेशान मोहल्ले वासियों ने पोल्ट्री फार्म हटवाने कलेक्टर से की मांग, नगर पंचायत हटवाने के बजाय उल्टा संचालक को संचालन करने कर दी लाइसेंस जारी।
कोटा। नगर पंचायत कोटा के वार्ड नंबर सात के मोहल्ले के बीच में पोल्ट्री फार्म खोल दिया गया है। इससे मोहल्लेवासी दुर्गंध से परेशान हैं। आसपास गंदगी फैल रही है। इससे परेशान लोगों ने कलेक्टर से शिकायत की है। साथ ही मोहल्ले के अंदर से पोल्ट्री फार्म को हटवाने मांग की गई है। 24 घंटे दुर्गंध के बीच रहने के कारण लोगों का खाना-पीना मुश्किल हो गया है। लोग बीमार पड़ने लगे हैं। कई बार नगर पंचायत में शिकायत करने के बाद भी पोल्टी फार्म को हटवाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।नगर पंचायत कोटा के वार्ड नंबर सात में रहने वाले ओंकार दुबे ने अपनी शिकायत में बताया कि मोहल्ले के अंदर निजी पोल्ट्री फार्म खोल दिया है। वहां मुर्गियों को काटने का भी काम किया जाता है। पोल्ट्री फार्म के कारण मोहल्ले में गंदगी फैल रही है। पास में ही मकान है। गंदगी व दुर्गंध से वहां रहने वाले परिवार के सदस्यों की हालत खराब है। महिला व बच्चे बीमार पड़ने लगे हैं। मोहल्लेवासियों ने पोल्ट्री फार्म को हटवाने के लिए संचालक मोहम्मद कलीम खान से संपर्क किया। लेकिन वह हटाने से साफ मना कर दिया है। इसके चलते वहां के रहवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।लोगों का भोजन करना भी मुश्किल हो गया है। बदबू के बीच रहना मजबूरी हो गई है। इसकी शिकायत नगर पंचायत कोटा के अधिकारी से की गई। लेकिन अधिकारी द्वारा पोल्ट्री फार्म को हटवाने के बजाय उल्टा संचालक को संचालन करने के लिए लाइसेंस जारी कर दिया गया है। अधिकारियों की मिली भगत के कारण आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नगर पंचायत के अधिकारी ही पोल्ट्री फार्म संचालक के बचाव में आ गया है। इसका खामियाजा आसपास रहने वालों को भुगतना पड़ रहा है। इसलिए परेशान होकर ओंकार दुबे ने शुक्रवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और जिला प्रशासन के अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर पोल्ट्री फार्म को हटवाने मांग की है।

