राज्य के कुल देवता बुढ़ादेव का रथयात्रा का शहर प्रवेश । दर्जनों जगह हुआ स्वागत और पुजा अर्चना

छत्तीसगढ़ियों को एक सुत्र में पिरोने के लिए लिकाले गये बुढ़ादेव यात्रा का आज बिलासपुर शहर प्रवेश हो गया । छत्तीसगढ़ियों के हक अधिकार , भाषा संस्कृति के लिए लड़ रहे संगठन छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना का बुढ़ादेव रथ का कोटा , बेलतरा , तखतपुर , मस्तुरी विधानसभा के बाद बिलासपुर शहर प्रवेश हुआ जंहा सर्वप्रथम बुढ़ादेव रथ का स्वागत बैंड बाजा के साथ देवरीखुर्द में आदिवासी युवा आज के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष परते के अघुवाई में हुआ एवँ सतबिहनिया मंदिर से एक चुटकी पवित्र मिट्टी का संग्रह हुआ तत्पश्चात मोपका क्षेत्र में निगम पार्षद प्रतिनिधी साखन दर्वे के अघुवाई में शहरवासियों ने मांदर के मधुर धुन में सेवा गीत के साथ मोहल्ले के विभिन्न देवालय तक रथ को लेकर गये ।

वही अशोक नगर में छत्तीसगढ़िया महिला क्रांति सेना के सदस्यों ने रथ का आत्मीयता से स्वागत किया एवं इस कठिप गर्मी में यात्रा कर रहे सेनानियो को जलपान कराया , इसके बाद इस शहर को बसाने वाले बिलाई दाई चौक से मिट्टी उठाया गया सीपत चौक समेत कई जगहो पर शाम रात तक स्वागत एवं पुजा अर्चना का दौर चलता रहा ।जिला अध्यक्ष कृष्णा कौशिक ने बताया कि अभी तक हमने जिला के लगफग 500 पवित्र जगहों से मिट्टी का संग्रह किया है और इस पावन मिट्टी को लेकर 18 अप्रेल को रायपुर जायेगे जहां विशाल सम्मेलन होगा ।
इस रथयात्रा के शहर भ्रमण को सफल बनाने में संगठन के दर्जनों सदस्य सक्रिय रहे


