बिलासपुर लोकसभा के ग्रामीण क्षेत्रों में कमजोर नजर आ रही कांग्रेस, भाजपा का है दबदबा।

बिलासपुर लोकसभा के ग्रामीण क्षेत्रों में कमजोर नजर आ रही कांग्रेस, भाजपा का है दबदबा।
कोटा। कांग्रेस ने बिलासपुर लोकसभा सीट से भिलाई के विधायक देवेंद्र यादव को उम्मीदवार बनाया है लोकसभा चुनाव में चुनावी प्रचार थम भी गया। बिलासपुर में उनकी राजनीतिक पारी का आगाज कुछ ठीक नहीं हुआ। उनके पार्टी के अपनों के ही विरोध का सामना करना पड़ा इसीलिए प्रचार में कोई खास नहीं रहा। टिकट के मुद्दे पर कांग्रेस के एक पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष कांग्रेस भवन परिसर में आमरण अनशन पर बैठ गए। मान मनौव्वल के बाद अनशन तो टूट गया पर शुरुआती दौर में जो सियासी झटका देवेंद्र को मिला उससे वे उबर नहीं पा रहे हैं। प्रचार में पार्टी के कई दिग्गज नेताओं को देखें तो सुस्त नजर आ रहे। वहीँ भाजपा के नेताओं की माने तो अबकी बार 400 पार की नारे ग्रामीण क्षेत्रों में खूब माहौल बना है। चुनावी प्रचार के दौरान कोटा विधानसभा में मुख्यमंत्री का पहला दौरा और हजारों लोगों की भीड़ भी भाजपा के एक अच्छी संकेत है, हालांकि बिलासपुर लोकसभा सीट भाजपा हमेशा जीतते आई है। पिछले चुनाव में कांग्रेस के अटल श्रीवास्तव को एक लाख से अधिक वोटों से भाजपा के अरुण साव ने हराया था,इससे कयास लगाया जा सकता है। कि कांग्रेस की आपसी गुटबाजी क्या एक लाख से अधिक वोट को पाट पाएगी या मोदी की गारंटी से आम जनता कितने खुश हैं , यह कल की होने वाली मतदान से पता चल पाएगा। बहरहाल ग्रामीण क्षेत्रों में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा घर घर जाकर मोदी की गारन्टी का पाम्पलेट पहुंचा रहे हैं इससे भाजपा का खासा माहौल बना दिखाई दे रहा है।

