कथा सुनने गई महिला के घर चोरी,थाने में शिकायत दर्ज करने के बजाय उन्हे कर दिया वापस।

बिलासपुर के सिरगिट्टी क्षेत्र में मारपीट चोरी जैसे घटना अब सामान्य हो गई है लेकिन थाने के संबंधितो द्वारा इस पर ध्यान नहीं देना कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं। हम यह बात इसलिए कह रहें हैं क्योंकि क्षेत्र के रहने वाले एक महिला को चोरी की शिकायत दर्ज करने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।साथ ही उसे बाद मे आने की बात कहकर थाने से भी लौटा दिया गया।इससे पुलिस के कार्यप्रणाली पर सवाल उठता है ? दरअसल सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 12 मे रहने वाली महिला लक्ष्मी सिंह पति श्यामलाल सिंह के मुताबिक वह एक सप्ताह पहले शिव महापुराण कथा सुनने अपने परिवार सहित रायपुर गई हुई थी जब वह 31 दिसंबर कि शाम घर पहुंची तब उनके घर के दरवाजे का ताला टूटा हुआ मिला।
घर का सभी समान पड़ा था अस्त व्यस्त
जब महिला घर पहुंची तो देखा की भीतर मे रखे सभी समान अस्त व्यस्त पडा हुआ था जिसमे कीमती समान सिलेंडर, गैसचूल्हा, एलईडी टीवी 32 इंच, बर्तन (दो कुकर दो कढ़ाई दो गंजी चाय केतली,तवा खलबत्ता) चांदी का दो सिक्का (कपड़ा _साड़ी ,शर्ट, पेंट ,जैकेट ,चादर)पीतल के लक्ष्मी माता व गणेश जी की मूर्ति,घंटी,सहीत सहित तांबे की तीन लोटा,और मोबाइल गायब था।
शिकायत दर्ज कराने थाने जाने पर भी नही लिया शिकायत।
चोरी की घटना होने पर महिला ने सिरगिट्टी थाने मे सुचना दी इस दौरान पेट्रोलिंग टीम शाम को घटना स्थल पर पहुंचकर मुआयना किया।और फिर सुबह थाने मे पहुंचकर उन्हे रिपोर्ट लिखवाने की बात कहकर वापस चले गये आरोप है की जब महिला एक जनवरी की 12 बजे रिपोर्ट दर्ज कराने सिरगिट्टी थाने पहुंची तो वहां मौजूद स्टाफ ने साहब नही होने की बात कहकर उन्हे चलता कर दिया।इन सबके बीच अब सवाल यह उठता है की क्या इसी तरह पीड़ितो को सिरगिट्टी थाने से निराशा मिलती होगी। सूत्रों की माने तो ऐसे कई छोटी मोटी चोरी के मामले में शिकायत दर्ज करने के बजाये पीड़ित को चलता कर दिया जाता है।बहरहाल मामले मे जब हमने सिरगिट्टी थाना प्रभारी रजनीश सिंह से बात करना चाहा तो उन्होने फोन रिसीव नही किया।

