एक दिवसीय जिला स्तरीय आदिवासी सम्मेलन का आयोजन शिवतराई में हुआ सम्पन्न ।

कोटा – नागा बैगा जन शक्ति और जय सेवा संगठन के द्वारा
कोटा ब्लॉक के शिवतराई में जिला स्तरीय आदिवासियों के वनाधिकार और आजीविका के क्षेत्रीय ग्रामीण अवसर पर सम्मेलन सम्पन्न हुआ ।
इस सम्मेलन में कोटा ब्लॉक के 30 गाँव से तीन सौ से भी ज्यादा आदिवासियों ने भाग लिया। सम्मेलन में सामाजिक कार्यकर्ता श्री अनिल बामने ने संबोधित करते हुए आदिवासीयों की आजीविका को कैसे स्थापित की जाए इस पर जोर देते हुए उन्हें आधुनिक तरीके से अवगत कराया एवं स्वरोजगार से कैसे जुड़े यह भी बताया। सामाजिक कार्यकर्ता श्री अनिल बामने लंबे समय से कोटा ब्लॉक के आदिवासी दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में अदिवासीयों की आजीविका को लेकर काम कर रहे है । उन्होंने ने अभी तक 1200 आदिवासी महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ दिया है, जिससे महिलाओं ने सीख हासिल कर अपना स्वयं का स्वरोजगार स्थापित कर चुकी है, और आज वो महिलाएं घरेलू उत्पाद बनाने की मास्टर ट्रेनर बन चुकी है , साथ ही मुर्गी , बकरी पालन जैसे व्यवसाय भी कर रही है , जिनकी सराहना बिलासपुर जिले के पूर्व कलेक्टर श्री संजय अलंग भी कर चुके हैं। इसी के साथ-साथ मोटा अनाज रागी (माड़िया) कोदो, कुटकी जैसे परम्परागत अनाजों से खाद्य विविधताओं को बचाने का भी कार्य कर रही है।
प्रशिक्षित महिलाएं अपने आसपास गाँव के महिला समूहों को भी प्रशिक्षित कर रही है। इन महिलाओं ने ग्राम करहिकछार में अपना स्वयं का प्रशिक्षण केंद्र भी स्थापित कर लिया है जिसमे अन्य गाँव के लोगों को प्रशिक्षण प्रदाय करती हैं। महिला समूह के इन्हीं कार्यों से प्रभावित हो कर “नांगा बैगा जन शक्ति” संगठन के संयोजक और प्रेरक समिति के फैलो साथी श्री सीमांचल अचारी ने बैगा जनजाति की आजीविका को लेकर बहुआयामी योजना बना कर कार्य करने का निर्णय लिया है जिसकी अगवाई बैगा महिलाओं के साथ वो स्वयं कर रहे हैं। सम्मेलन में जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण चौहान। संत कुमार नेताम, बैगा समाज प्रदेश अध्यक्ष इतवारी मछिया, विकासील फाउंडेशन के अध्यक्ष लक्ष्मी जैसवाल, कांग्रेस नेता आदित्य दीक्षित ,विजय केशरवानी, सतेंद्र कौशिक उपस्थित रहे।

