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भालू शिकार करने का आरोप लगाकर वनविकास निगम के कर्मचारियों द्वारा, बैगा आदिवासियों से मारपीट करने का गंभीर आरोप।

भालू शिकार करने का आरोप लगाकर वनविकास निगम के कर्मचारियों ने बैगा आदिवासियों से मारपीट करने का गंभीर आरोप।

 

कोटा । वनविकास निगम के कर्मचारियों द्वारा बैगा जनजाति के लोगों को मार पिट करने का गंभीर मामला सामने आया है। राष्ट्रपति के दत्तक कहे जाने वाले बैगा जनजाति को भालू की शिकार के आरोप में तीन लोगों से भैसाझार स्थित ऑफिस में रात तीन बजे तक की गई मार पीट, दरअसल पूरा मामला कोटा वनविकास निगम का है,
जहाँ एटीआर से लगे वनविकास निगम स्थित जंगल क्षेत्र में निवास करने वाले करका ग्राम पंचायत में निवासरत बैगा आदिवासियों में लूमन सिंह बैगा उम्र 35 पिता अधियार सिंह ,राम सिंह बैगा 27 इतवार सिंग, वीर सिंग बैगा 35 नकटा बांधा करका ग्राम पंचायत के निवासी वन विकास निगम वा ए टी आर के सुरेन्द् कुमार नवरंगे ,अरुण सिंग वा अधिकारी तथा कर्मचारियों द्वारा मारपीट करने का आरोप बैगा आदिवासियो ने लगाया है । विदित हों की ए टी आर के जंगल में भालू मृत पाया गया था जिसकी जांच हेतु पूछ ताछ के लिए शिवतराई बुलाया गया था, जिसके बाद तीनों को रात्री में कोटा लेकर जाने की बात कहकर भैसाझार लेजाकर मार पीट किया गया । पीड़ितों की कहना है कि दूसरे दिन वनविकास निगम के कर्मचारियों ने डॉक्टरी मुलाइज भी करवाया है, मुलाइज के लिए ले जाते समय  कर्मचारियों द्वारा डराया धमकाया धमकाते हुए कहा गया की डॉक्टर को कुछ नहीं बताना, इसी से डरे सहमे बैगाओं ने डॉक्टर को कुछ नहीं बताया ,

युवक के पीठ पर दिख रहा जूते चप्पल से मारने की निशान।

बैगा आदिवासियों ने विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है. वन विभाग के अधिकारियों पर आदिवासियों से मारपीट का आरोप लगा है. पीड़ित बैगाओं ने दोषि पर कार्रवाई और मामले के जांच की मांग की है. वहीं बैगा आदिवासियों बैगाओं को न्याय दिलाने की बात कर रहे है l ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ने निंदा की हैं दोषियो के ऊपर कार्यवाही की मांग प्रसाशन से की हैं । बहुत्यात कि संख्या में वनवासी जनजाति के लोगों ने वन ऑफिसर के प्रति आक्रोशित जनजाति के लोगों ने वन विभाग के कर्मियों पर आरोप लगाते हुए रेंजर के साथ-साथ कई वन कर्मियों और अधिकारियों के द्वारा पिटाई कर दी.
बहरहाल घटना की सूचना पुलिस के पास रिपोर्ट करने की बात कही है। मौके पर पहुंच गई. .घायल ने बताया कि अधिकारी मौजुदगी में के मौजूदगी में उन लोगों की पिटाई हुई है, लेकिन किसी ने उन लोगों को नहीं बचाया. वहीं, आक्रोशित लोगों को देर रात तक भैसाझार नर्सरी में ले जाकर मार पीट किए पूरे प्रकरण की जांच हो वहीं, मौके पर स्थानीय जनप्रतिनिधि भी पहुंच गए हैं । डॉक्टर निखलेश गुप्ता खंड चिकित्सा आधिकारी ने बताया कि इलाज किया गया है चोट है जांच की जा रही हैं ।

वैभव साहू प्रोजेक्ट रेंज ऑफिसर वन विकास निगम कोटा…

बताया की हम लोगों के द्वारा मारपीट नहीं की गई है, पिछड़े जनजाति के हैं उनका डॉक्टरी मुलाइजा कराकर उनको सरपंच के सामने सुपर्द किया गया है।

बहरहाल राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले बैगा आदिवासियों को रात्रि में रात भर बैठा कर रखना और मारपीट करने वाले कर्मचारियों पर क्या कार्यवाही होती है, यह देखने वाली बात है।

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