बिलासपुर कलेक्टर ने जारी किया फरमान,पंचायत सचिव ना छोड़े मुख्यालय।

बिलासपुर कलेक्टर ने जारी किया फरमान,पंचायत सचिव ना छोड़े मुख्यालय।
बिलासपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रवास को देखते हुए कलेक्टर डा. सारांश मित्तर ने ग्राम पंचायत सचिवों को मुख्यालय में रहने का आदेश जारी किया है। मुख्यालय में रहने और ग्रामीणों से मिल रही शिकायतों का निराकरण करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यालय छोड़ने पर कड़ी कार्रवाई की हिदायत भी दी है। राज्य सरकार के कामकाज का आकलन करने और योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी के लिए मुख्यमंत्री बघेल प्रदेशव्यापी दौरे पर हैं। वे गांव-गांव जा रहे हैं और लोगों से अपने ढंग से योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर फीडबैक भी ले रहे हैं। इस दौरान स्थानीय विधायक के कामकाज के तरीके और लोगों से जुड़ाव व संपर्क के साथ ही व्यवहार को लेकर भी जानकारी ले रहे हैं।विधायकों व संगठन के पदाधिकारियों के कार्यकर्ताओं से संपर्क और व्यवहार की जानकारी तो ले रहे हैं साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर मैदानी अमले के कामकाज को लेकर भी लगातार फीडबैक ले रहे हैं। ग्रामीणों से राजस्व संबंधी कामकाज के अलावा बुनियादी सुविधाओं के बारे में भी अपने अंदाज में जानकारी इकठ्ठा कर रहे हैं। ग्रामीणों के बीच ठेठ अंदाज में बैठने और बातचीत के दौरान ग्रामीण भी खुलकर अपनी बात रख रहे हैं। ग्रामीणों के मुख्यमंत्री के सामने खुलकर बात रखने का फायदा ये हो रहा है कि बातों ही बातों में प्रशासनिक कामकाज का खाका भी उनके सामने आ जा रहा है। मुख्यमंत्री की ग्रामीणों से सीधी बातचीत से मिलने वाली जानकारी को लेकर प्रशासनिक अमला अभी से ही सक्रिय हो गया है। यही कारण है कि कलेक्टर ने ग्राम पंचायत के सचिवों को मुख्यालय में रहने का निर्देश जारी किया है।
जिले में ग्राम पंचायतों की संख्या-483
ग्राम पंचायत जहां सचिव नहीं है- 27
ग्राम पंचायतों की संख्या जहां मुख्यालय में नहीं रहते सचिव-48

