छत्तीसगढ़

बाल गृह के बच्चों ने होली में रंग गुलाल खेलने के लिए बनाए हर्बल गुलाल।

 

बिलासपुर।न्यायधानी में संचालित शासकीय बाल गृह के बच्चों ने होली में रंग गुलाल खेलने के लिए हर्बल गुलाल बनाया है। यह गुलाल लगाने से त्वचा में किसी प्रकार के नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा। बच्चों द्वारा निर्मित हर्बल गुलाल का जमकर खरीदारी हो रही है। इससे बच्चे भी उत्साहित हैं कि उनके द्वारा निर्मित गुलाल को लोग रुचि लेकर खरीद रहे हैं। इस होली में चाइनीज सामग्री का उपयोग कम करने की अपील भी की गई है। साथ ही हर्बल गुलाल का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने लोगों से अपील की गई है।महिला जागृति समुह की संस्थापिका और अध्यक्ष ज्योति सक्सेना की टीम की अन्य पदाधिकारियों ने शासकीय बाल गृह बालिगा पहुंची। वहां बालिकाओं के हाथ से निर्मित हर्बल गुलाल की खरीदी कर उनका उत्साह बढ़ाया। बालिकाओं द्वारा हल्दी व अन्य खाद्य सामग्री का उपयोग कर हर्बल गुलाल बनाया गया है। इन बालिकाओं को राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी पीएनएस महाविद्यालय की मोना केंवट ने प्रशिक्षण दिया है।

इसके बाद तीन दिवसीय शिविर लागाकर बेचने का काम किया जा रहा है। महिला जागृति समुह के सुनीता चावला, बिंदु सिंह, संध्या तिवारी, मंडावी नामदेव, निशा सोनी, शोंटी ने हरबल गुलाल खरीदकर बालिकाओं को प्रोत्साहित किया है। इसके अलावा बाल गृह की अधीक्षिका ममता तिवारी को ज्योति सक्सेना महिला जागृति समुह का स्मृति चिन्ह भेंटकर होली की शुभकामनाएं दी।

हरबल गुलाल से ये फायदें है।

होली के पर्व में सभी लोग रंग, बिरंगे दिखना पसंद करते हैं। ज्यादा रंग के लालच में चाइनीज व अन्य प्रकार के रंगों का उपयोग करते हैं। इसे बावजूद शरीर त्वचा में संक्रमण का खतरा रहता है। इसलिए हर्बल गुलाल बनाया गया है। यह गुलाल ज्यादा रंगीन भी है। साथ ही त्वचा को कोई संक्रमण नहीं होने देता है। इसे प्राकृतिक वस्तुओं से बनाया जाता है। इसमें केमिकल नहीं होता है। जिससे कोई खतरा का संभावना नहीं रहती है।

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