छत्तीसगढ़बिलासपुर संभागरमेश भट्ट - एडिटर& चीफ।
इस गाँव के महिला ही नहीं पुरुष भी कर रहे नशा के खिलाफ नशा मुक्त अभियान, शराब बनाते व बेचते पकड़े जाने पर 10 दस हजार रुपए जुर्माना, बताने वाले को 2 हजार ईनाम।।

मनमोहन सिंह✍️
कोटा खैरा। ग्रामीण अंचल में अवैध शराब के पीछे खुशहाल परिवार के लिए नासूर बनती जा रहा है। जागरूकता और प्रतिबंध के बाद भी ना तो शराबी सुधर रहे हैं और ना ही शराब बेचने वाले। गांव को आदर्श ग्राम के रूप में स्थापित करने महिलाएं दो-दो हाथ करने के लिए भी तैयार है। बावजूद इसके अंचल के सभी ग्राम पंचायतों में खुलेआम शराब की बिक्री होना अपने आप में सवाल खड़ा कर है।बिलासपुर जिला अंतर्गत ग्राम पंचायत तेंदूभाठा मे लगभग विगत 5 माह से ग्राम के महिला,पुरुष ने लामबंद होकर अवैध शराब,गांजा के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है।जागरूकता फैलाकर नशा मुक्त अभियान को सफल करने ग्रामीण निरंतर प्रयासरत हैं।बावजूद इसके कुछ ग्रामीण शराब बिक्री कर गांव में अराजकता फैलाने से बाज नहीं आ रहे थे।ऐसे में ग्रामीण महिला पुरुष द्वारा पूर्ण शराबबंदी दिशा में बुधवार देर शाम बैठक बुलाई गई।ताकि ग्राम को नशा मुक्त बनाकर नई युवा पीढ़ी के प्रति शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में अलग जगा सके। बैठक में ऐसे परिवार जो लगातार समझाइश देने के बाद भी घर में अवैध महुआ शराब बनाकर बिक्री कर रहे थे। उन परिवार को शराब से हो रहे नुकसान से अवगत कराया। उन्हें बताया गया कि कैसे एक खुशहाल परिवार नशे के गिरफ्त में आकर अपने साथ अपनी आने वाली पीढ़ी को पिछड़ेपन के गर्त में धकेल रहे हैं।जिसके बाद सभी एकमत से पूर्ण शराबबंदी के लिए राजी हो गए। शराबबंदी को नियमित रूप से सार्थक करने ग्रामीणों द्वारा नियम भी बनाया गया जिससे शराबबंदी भी लगाम कसा रहे। वही आज भी ग्राम पंचायत खैरा, चपोरा,सेमरा,उमरिया दादर,रिगवार,पुडू, सहित कई ग्रामों में अवैध महुआ शराब का खेल जोरों पर चल रहा हैं। जिस पर अंकुश लगने की बजाय बिक्री का होना अपने आप में सवाल खड़ा कर है।
पकड़े जाने पर चुकाना होगा ₹10 हजार का अर्थ दंड—-
प्रतिबंध के बाद भी नियमों का उल्लंघन कर यदि कोई भी ग्रामीण अवैध महुआ शराब बनाते या बेचते हुये पकड़े जाने पर ग्रामीणों द्वारा बनाए गए नियमानुसार ₹10 हजार राशि का दंड लिया जाएगा। साथ ही अवैध शराब की बिक्री करते और बनाते हुए ग्रामीणों को सूचना देने वाले व्यक्ति को ₹2000 इनाम दिया जाएगा। जिसका निर्णय गांव के महिला एवं पुरुष ने संयुक्त रूप से मीटिंग आयोजित कर लिया है।
लता पैकरा ग्रामीण
गांव में पूर्ण शराबबंदी करने विगत कई माह से सभी ग्रामीण जुटे हुए हैं। शराब की वजह से कई परिवार बिखर गया। शराब बेचने और पीने के खिलाफ एकमत से सभी ग्रामीण सहमत हो गए हैं। यदि गांव में पूर्ण शराबबंदी लागू हो जाता है तो पूरे गांव में हर्ष का माहौल स्थापित हो जाएगा।
शिवनंदन सिंह पैकरा ग्रामीण
अवैध शराब बंद करने ग्रामीण महिला पुरुष एकजुट होकर जुटे हुए हैं।बावजूद इसके शराब बंद नहीं हो पा रहा था।जिसके लिए पुनः बैठक आयोजित कर शराब बेचने वालों को समझाइश दिया गया है।ग्राम को नशा से निजात दिलाने शराब बिक्री करने वालों के विरुद्ध दंड का नियम बनाया गया है।

