आदिवासी आश्रम चल रहा चौकीदार के भरोसे तहसीलदार के औचक निरीक्षण से हॉस्टल अधीक्षकों में मचा हड़कंप।

आदिवासी आश्रम चल रहा चौकीदार के भरोसे तहसीलदार के औचक निरीक्षण से हॉस्टल अधीक्षकों में मचा हड़कंप।
कोटा। बिलासपुर कलेक्टर के निर्देश पर कोटा तहसीलदार ने आदिवासी बालक आश्रम कंचनपुर एवं बिरगहनी का औचक निरीक्षण किया गया निरीक्षण के दौरान बिरगहनी में अधीक्षक अनुपस्थित पाए गए बच्चों से पूछताछ में बच्चों ने बताया छात्रावास अधीक्षक सप्ताह में कभी कभी ही आते हैं , बच्चों ने तहसीलदार से पूछताछ में ये भी बतलाए की छात्रावास का कर्मचारी विजय पात्रे रात में अक्सर शराब पीकर आता हैं, तथा बच्चों के साथ मारपीट और बच्चों से अभद्रता पूर्वक बात कर डराया धमकाया जाता है। बच्चों ने तहसीलदार को बतलाए की लगभग 10 दिन पहले रात्रि को अधिक मात्रा में शराब सेवन कर आए थे और बच्चों के शयनकक्ष में नशे की हालत में उल्टी भी कर दिया था। उक्त घटना के बारे में वहाँ उपस्थित एक और कर्मचारी विजय भारत से जानकारी ली गई तब उन्होंने इस घटना को सही होना बताया एवं विजय पात्रे द्वारा माफीनामा लिखकर अधीक्षक को दिया जाना बताया। तहसीलदार की जांच के दौरान एक पालक दिलहरण दास ने बताया कि विजय पात्रे द्वारा कई बार ऐसी घटना कर चुका है।जब पूरे मामले की जानकारी तहसीलदार ने मोबाइल से छात्रावास अधीक्षक रवि देवांगन से ली तो उन्होंने भी उक्त घटना घटित होना बताया । कर्मचारी विजय पात्रे के इस हरकतों से छोटे छोटे बच्चे काफी डरे सहमे हुए हैं। बच्चों ने तहसीलदार से शराबी कर्मचारी के विरुद्ध तत्काल कठोर कार्यवाही की मांग किए हैं। वहीँ तहसीलदार ने मौके पर ही जाँच प्रतिवेदन बना कर संबंधित विभाग को कार्यवाही के लिए भेजा है। बहरहाल देखने वाली बात होगी बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाला शराबी कर्मचारी पर क्या कार्यवाही होती है।

