नेताजी सुभाष चंद्र बोस करोड़ों युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत ।

स्थानीय डीपी विप्र महाविद्यालय में शनिवार को राष्ट्रीय सेवा योजना एवं एनसीसी के संयुक्त तत्वाधान में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के 125 वीं जयंती के पावन अवसर पर वेबीनार का आयोजन प्रातः 10:30 बजे विषय “नेताजी सुभाष चंद्र बोस का कृतित्व व्यक्तित्व एवं विचारधारा का वर्तमान परिपेक्ष में प्रासंगिकता” पर आयोजन किया गया l उक्त वेबीनार में मुख्य वक्ता के रूप में बी.के प्रसाद वरिष्ठ लेखक प्राध्यापक नेता जी विचार मंच के समर्थक बिलासपुर ने नेताजी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उन्हें एक महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं महान नेतृत्व होने के कारण नेताजी के नाम से जाना चाहता है बतलाया आपने सुभाष चंद्र बोस को एक क्रांतिकारी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के रूप में सच्चे बहादुर हीरो तथा अपनी मातृभूमि के खातिर घर और आराम का त्याग कर दिया और ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता पाने के लिए सैन्य विद्रोह का रास्ता चुना l मुख्य संरक्षक के रूप में अनुराग शुक्ला अध्यक्ष प्रशासन समिति डीपी विप्र महाविद्यालय तथा पूर्व प्राचार्य डॉ श्सुनंदा तिजारे वेबीनार से जुड़े l साथ ही महाविद्यालय के संरक्षक एवं परामर्श दाता राजकुमार अग्रवाल सदस्य प्रशासन समिति डीपी विप्र महाविद्यालय बिलासपुर ने नेताजी सुभाष बोस के कृतित्व व्यक्तित्व विचारधारा का वर्तमान परिपेक्ष में 21वीं सदी के भारत की युवाओं को नई भारत बनाने में तथा आजादी को कायम रखने में उनके विचारों को आत्मसात करेंगे यह बतलाया l
नेताजी को राष्ट्रवादी विचारों के कारण कई बार जेल जाना पड़ा लेकिन वे कभी भी नहीं थके ना निराश हुए नेता जी कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में चुने गए लेकिन कुछ राजनीतिक मतभेद होने के चलते वे पूर्व एशिया की ओर चले गए जहां भारत एक स्वतंत्र देश बनाने के लिए अपनी आजाद हिंद फौज तैयार की l महाविद्यालय प्राचार्य डॉ अंजू शुक्ला ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नेताजी एक बहादुर महत्वकांक्षी युवा थे जिसने सफलतापूर्वक आईसीएस पास होने के बावजूद कि अपनी मातृभूमि की आजादी के लिए रास्ता अपनाया और असहयोग आंदोलन में कूद पड़े तथा नेताजी का साहसिक कार्य आज भी लाखों भारतीय युवाओं को देश के लिए कुछ कर गुजरने के लिए प्रेरित करती है l उपरोक्त कार्यक्रम का संचालन कंप्यूटर विभाग के प्रोफेसर रिचा हांडा ने किया तथा आभार प्रदर्शन डॉक्टर एम एस तंबोली ने किया तकनीकी सदस्य के रूप में प्रोफेसर विश्वास विक्टर प्रोफेसर रिचा हांडा कंप्यूटर विभाग एवं आयोजन समिति में डॉक्टर विवेक अंबेडकर डॉ एम.एल जायसवाल डॉ मनीष तिवारी डॉ आशीष शर्मा डॉ आभा तिवारी प्रोफेसर प्रदीप जायसवाल प्रोफेसर किरण दुबे का विशेष सहयोग रहा l

