मध्यान भोजन गुणवत्ता से परहेज मेनू का नहीं किया जा रहा पालन प्रधान पाठक को ही नहीं पता मीनू चार्ट ।

मध्यान्ह भोजन योंजना में गुणवत्ता से परहेज, मेनू का नहीं किया जा रहा हैं पालन्
संवाददाता।इमरान खान
कोटा कंचनपुर।शासन द्वारा स्कूलों में बच्चों को गुणवत्ता व पोषण युक्त भोजन प्रदान करने के लिए मध्यान्ह भोजन योंजना शुरू की गई है। इस योजना में लाखों रुपए हर महीने खर्च किए जा रहे है इसके बावजूद आज भी बच्चों को स्कूलों में गुणवत्ता युक्त भोजन व मेनू के अनुसार से भोजन नहीं मिल पा रहा है। अधिकारियों की उदासीनता के कारण एवं प्रधानपाठक एवं समूह की मिलीभगत के चलते बच्चे योजना की लाभ से वंचित हो रहे हैं l
ज्ञात हो कि मध्यान्ह भोजन की ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति का बुरा हाल है। जहां बच्चों को केवल व्यवहारिकता के लिए मध्यान्ह भोजन में गुणवत्ता ही भोजन परोसा जा रहा है। विभागीय अधिकारियों की निष्क्रियता के चलते बच्चों को मीनू के आधार पर खाना तो मिल ही नहीं रहा है, बल्कि जो भोजन परोसा जा रहा है वह भी स्तरहीन है। इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। यहीं कारण है कि आज भी स्कूलों में बच्चों को अचार पापड़ भी वितरण नहीं किया जा रहा है। जिस पर अधिकारी मौन धारण किए हुए हैं। एक तरफ जहां अधिकारी स्कूल में वितरण होने की बात कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ स्कूलों के प्रधानपाठकों एवं समूहों को कभी मालूम नहीं कि बच्चों को अचार पापड़ वितरण करना है या नहीं। इससे मध्यान्ह भोजन की स्थिति किस हाल में चल रही है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। जबकि पुडु संकुल के प्राथमिक शाला चकराभाठा स्कूल के प्रभारी प्रधानपाठक गजराज सिंह पैकरा ने बताया कि उनको इस संबंध में कोई जानकारी ही नहीं होने के कारण बच्चों को मध्यान्ह भोजन में अचार पापड़ देना हैं की नहीं है। मध्याह्न भोजन योजना अधिकारियों की अनदेखी व लापरवाही से गुणवत्ता विहीन होती जा रही है। स्कूलों में पढ़ने के लिए आने वाले बच्चों को घटिया भोजन परोसा जा रहा है। बच्चों को दी जाने वाली दाल व सब्जी में पानी की मात्रा अधिक रहती है।
प्रधानपाठकों को नहीं मालूम मीनू चार्ट।
–मध्यान्ह भोजन की लचर व्यवस्था इससे समझा जा सकता है कि प्राथमिक शाला उमरिया दादर के प्रधानपाठक ओमप्रकाश कश्यप व शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला पुडु के प्रधानपाठक दिलीप कश्यप को बच्चों को दिये जाने वाले मध्याह्न भोजन मीनू चार्ट की जानकारी नहीं हैं समूह अपने हिसाब से ही बना लेते हैं l मेनू चार्ट के हिसाब से किसी भी स्कूल में मध्याह्न भोजन नहीं बनाया जा रहा हैं प्रतिदिन बच्चों को आलू की ही सब्जी खिलाई जा रही हैं l
मध्यान्ह भोजन योंजना पर डाका
– बच्चों के मध्यान्ह भोजन योंजना पर कैसे डाका डाला जा रहा हैं ये शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला रिगवार में देखने को मिला यहां 39 उपस्थित बच्चों के लिए सिर्फ 2 किलो आलू की सब्जी और 800 ग्राम दाल बस बनाया गया था रसोइयों से पूछने पर बताये की मैडम द्वारा बच्चों की संख्या नहीं बताया जाता हैं अपने हिसाब से ही बनाते हैं सब्जी चावल दाल l वही प्राथमिक शाला चपोरा में 104 बच्चों को उपस्थिति में सिर्फ 3 किलो टमाटर की चटनी और 2 दाल बस बनाया गया था l मेनू चार्ट का पालन ही नहीं किया गया हैं l शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला खैरा में पानी युक्त दाल व गिन कर 9 पीस लौकी की सब्जी दिया गया था l
डी. के. कौशिक डीईओ बिलासपुर। –
आपके माध्यम से जानकारी मिली हैं मेनू के अनुसार मध्यान्ह भोजन नहीं मिलना गलत हैं इसकी जांच कराकर उचित कार्यवाही की जाएगी l

